अग्नि से ही शुरू होती अग्नि पर ही खत्म होती हम लोगों की जिंदगी। अग्नि से ही शुरू होती अग्नि पर ही खत्म होती हम लोगों की जिंदगी।
प्रत्येक युग का सत्य ये कह गए ज्ञानी प्रज्ञ होलिका की अग्नि समझ जीवन का यज्ञ। प्रत्येक युग का सत्य ये कह गए ज्ञानी प्रज्ञ होलिका की अग्नि समझ जीवन का यज्ञ।
लड़ते तुम सारी दुनिया से, या केवल अपने से लड़ते ? तुम होते, तो तुम क्या करते ? लड़ते तुम सारी दुनिया से, या केवल अपने से लड़ते ? तुम होते, तो तुम क्या करते ?
तुच्छ स्वार्थ हेतु तोड़ना अटूट विश्वास क्या यही प्यार है। तुच्छ स्वार्थ हेतु तोड़ना अटूट विश्वास क्या यही प्यार है।
सीता का सतीत्व, कब तक बचाये नारी। सीता का सतीत्व, कब तक बचाये नारी।
इसी तरह अनेक वीरों की आहुति से आजादी हमने गले लगाई। इसी तरह अनेक वीरों की आहुति से आजादी हमने गले लगाई।